क्या किसी के इतने रुप हो सकते है

Best love feelings


क्या किसी के इतने रुप हो सकते है


"क्या किसी के इतने रुप हो सकते है,
कभी सर्दी की धूप तो कभी बारिश की बू्ँद हो सकते है।"


"हाँ मैंने देखा है एक शख्स को रंग बदलते ,
अपनी आँखों के हर नजारों  में घुलते|
कभी ठिठुरती सी सर्दी में वो गुनगुनी  सी धूप बनकर
मेरा हाथ थामकर इस ठिठुरन को दूर कर देता है।
तो कभी बारिश की बूँदें बन मेरी हथेली पर सँवर जाता है।"




"मैनें देखा है उसको अपने हर पल में ढलते,
कभी एक हवा का झोंका बन चेहरे से टकराकर
मेरे बालों को बिखेर देता है,
तो कभी होठो की हँसीं बनकर थिरक उठता है।"


tum hr roop me ho






"कितनी दफा देखा है मैंने उसे भँवरे की तरह गुंजन करते कभी गुडहल की डालीं तो कभी गुलाब पर खिलते।
उसको जब देखती हूँ तो बस देखती ही रह जाती हूं।
मेरे लब खामोश हो जाते है और
अक्सर खुद से कह देती हूँ
क्या किसी के इतने रुप हो सकते है
कभी सर्दी की धूप तो कभी बारिश की बूँद हो सकते है।"


"जाने कब मेरे हाथों की दुआओं से वो 
इस सारी खुदाई में बँट गया।
अब जब भी नजरें उठाती हूँ,हर तरफ
बस उसको  ही पातीं हूँ।
ये अपनापन है या बेगानापन वो  जितना दूर जा रहा है 
 उतना ही करीब आ रहा है।"


"कभी होठों की मुस्कान तो कभी आँखों के आँसुओं में
ढलते,
मैंने देखा है एक शख्स को हरपल रुप बदलते।
कभी खामोशी बन मुझपर छा जाता है वो,
तो कभी अल्फाज बन चला आता है।
मैं जब भी कलम उठाती हूँ,उसको लिख डालती हूँ।"


"क्या किसी के इतने रुप हो सकते है
कभी होठों की खामोशी तो कभी कविता के अल्फाज हो सकते है।"


"हाँ मैंने देखा है एक शख्स को हर पल रंग बदलते
अपनी कलम से हर कविता में ढलते।"

"हाँ उसके हजार रंग है और
वो हर एक रंग बस मेरा है।"

"वो हर एक रंग बस मेरा है।
वो हर एक रंग बस मेरा है।"

💓💓💓




💕💕 Zla India आपके दिल की आवाज।जुड़े रहिये कहानियों और कविताओं के साथ,जिनके नायक होंगे आप ...............कुछ एहसास जो छू ले दिल को ....💕 💕







Alfaz aur khamoshi ke beech bikhre ehsaso ko kalambadh krne ki ek choti si koshish krti hun,Taki kisi gamgeen chehre pe muskan de skun.Ek shayar ki nazar se aapke dil ki aawaz,aur zindgi se smete huye ko aap tak pahuchane ka junun bs yahi jo aksar mujhe likhne ke liye majboor kr deta h.....

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5 comments

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15 February 2018 at 23:01 delete

Bohot umdaaa...👍
Ha maine bhi dekha hai
Uske khyal me khokar
dua me wo or jigar me dua
bas uski jhanak ki cham cham se gunjte hue....
hai maine bhi dekha hai din sa raat or raat ka chand us chand me wo ek kaynat ki tej roshni sa mujhpe girte hue...
har alfaaz ,dil aj sab raaz uspe khatm uspe shuru...
hai maine bhi dekha hai ek shaks ko rang badalte mere alfaaz me theharte_________

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17 February 2018 at 06:25 delete

Connect always with Zla India.You will get some new and fresh feelings always

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