फिर मुलाकात (ईश्वर)

फिर मुलाकात (ईश्वर)

Best Spiritual feelings

तुम्हारी जगहआजभी खाली ही है,

जैसे वर्षो गुजर गए है, तुमसे रूबरू हुए।

वक्त की रफ्तार में खुद को और तुमको कहीं पीछे छोड़

आगे निकल चुकीं हूं।

पर मेरी अन्तर्आत्मा तुम्हें ढूंढ़ती है,

जाने किस गली में आगे बढ़ी कि

खुद के वजूद का ख्याल भी ना हुआ।

दो वक्त की रोटी कमाने की चाहत मुझे मेरे ईश्वर से जुदा कर गयी।

आज कदम फिर वापस तुम्हारी तरफ लौट चुके हैं।

मेरे सब अहमं टूटकर कहीं बिखर से गये है।

आज फिर कोई बाकी है तो वो हो बस तुम।

ना मैं कभी थी और ना आगे ही ठहर पाऊंगी।

बाकी कुछ रहेगा तो बस तुम।

मेरे ईश्वर मेरे कदम जब तुमसे जुदा हो चले, तो तुम्हें सौगंध है मेरी कि 

तुम वापस बुलाओगे मुझे अपने करीब।

क्योंकि तुमसे जुदा मेरा कोई वजूद नहीं है।

तुमसे जुदा मैं कुछ नहीं हूं।

तुमसे जुदा मैं कुछ नहीं हूं।

तुमसे जुदा होकर भ्रम की ऊंचाइयां नहीं चाहिए मुझे।



❤️Zla India आपके दिल की आवाज। कहानियां और कविताएं जिनके नायक होंगे आप। कुछ एहसास जो छू ले दिल को।❤️