Best Sentimental Feelings
तुम कब लौटकर आओगे
"आम के पेड़ों पर अब बोर आने लगे है,
सरसों के पौधों पर पीले फूल खिलने लगे है।
ये बसंत ऋतु एक वर्ष बाद फिर से लौट आयी है,
लेकिन तुम्हारे आने की कोई खबर नहीं है।
तुम कब लौटकर आओगे??"
"पतझड़ हुए पेड़ों पर अब नयी कोंपलें जन्म लेने लगी है,
ये प्रकृति जैसे फिर से मुस्कुराने लगीं है।
पर क्या मेरी मुस्कान बनकर लौट आओगे तुम??"
"अब कोयलों की आवाज नित-रोज आने लगी है,
अब मधुर ध्वनि रूह को सुकून देने लगी है।
अब भँवरों के झुंड गुंजार करके फूलों को तलाशने लगे है,
अब नवरस की बूँद बनकर ये प्रकृति खुद को कोंपलों में समेटने लगी है।
पर क्या मेरे जीवन में नवरस की बूँद बनकर लौट आओगे तुम??"
"अब धूप -छाँव अच्छी लगने लगी है,
ये मौसम रफ्ता रफ्ता बदलने लगा है।
सुबह को जागते हुए नींद ज्यादा आने लगी है,
अब आँखें ख्वाब ज्यादा देखने लगी है,
एक वर्ष के बाद बसंत ऋतु फिर से लौट आयी है।
क्या लौट आओगे तुम दोबारा कभी मेरा खामोश एहसास बनकर??"
"ये प्रकृति बहुत सुन्दर है,बस तुम्हारे ना होने से जैसे
हर एक चीज़ बेरंग है।
क्या लौट आओगे तुम कभी इस बसंत के रंग बनकर।"
"बसंत हर एक वर्ष बाद लौट आता है।
काश लौट आते तुम भी एक वर्ष के बाद।"
"काश लौट आते तुम भी एक वर्ष के बाद
काश लौट आते तुम भी एक वर्ष के बाद।"
"काश लौट आते तुम भी एक वर्ष के बाद"
काश...................
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